Diat chart for Gastric Patient

मधुमेह नियंत्रण -कुछ बातें

डायबटीज़ (मधुमेह) के बारे में कुछ बातें
अगर आपको डायबटीज़ है ! आप चिंता न कीजिए, घबराने की कोई बात नहीं।
यह सच है, अब तक डायबटीज़ का कोई स्थाई इलाज नहीं है, लेकिन अगर आप अपने डॅक्टर की सलाह पर अमल करें और थोड़ी सावधानी बरते, तो आपकी जि़नदगी इतनी नाॅरमल हो जाएगी कि आप भूल जाएगॅगे, आपको डायबटीज़ है।
इस बीमारी और इसके इलाज के बारे में जानना फायदेमंद रहेगा।

डायबटीज़ क्या है ?

डायबटीज़ (मधुमेह /षुगर) ष्षरीर की वह हालत है जहा खून में ग्लूकोज़ (या ष्क्कर) की मात्रा सामान्य से ज्यादा होती है, अब आप जानना चाहेंगे कि खून में ग्लोकोज़ की क्या जरूरत है ?
Pancreas
हम जो खाना खाते है, उससे हमारे ष्षरीर को ताकत यानी ऊर्जा मिलती है, हज्म होने के बाद यह खाना ग्लुकोज़ बनकर हमारे खून में दाखिल होता है। जैसे कार को चलाने के लिए पेट्रोल चाहिए वैसे ही षरीर की हर कोषिका को सही तरह काम करने के लिए ग्लुकोज़ की तरूरत होती है।
Pancreas
मगर ऊजा पैदा करने के लिए इन कोषिकाओं को एक हार्मोन की जरूरत होती है, जिसे इन्सुलीन कहते है, और इन्सुलीन, पेंक्रिअस नाम का एक अंग बनता है, जो हमारे पेट के नीचे स्थित है।

डायबटीज के लक्षण
  1. जरूरत से ज्यादा प्यास और श्ूख
  2. बार बार पेषाब आना
  3. बिना कोइ खास वजह वजन घटना
  4. नज़र घुधलाना
  5. त्वचा, मूत्राषय या मसूड़ो में बार बार इन्फेकषन
  6. ज़ख्म न श्रना
  7. बिना वजह थकावट
symtoms
डायबटीज़ के कुछ मरीज़ो में कोई लक्षण नज़र नहीं आता, इसलिए स्वसथ की नियमित जँाच जरूरी है।